देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को दून विवि में उत्तराखंडी प्रवासी सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी राज्य के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि राज्य ने निवेश के लिए प्रवासी अपनी रुचि का क्षेत्र चुन सकते हैं। सरकार हर क्षेत्र ने उन्हें सहयोग देने को तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों ने देवभूमि से निकलकर देश और विदेश के कोने कोने में विभिन्न क्षेत्रों में अपना परचम लहराया है। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें राज्य के लोगों का डंका नहीं बजा है। देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत से लेकर मौजूदा सीडीएस अनिल चौहान ने गांव से निकलकर देश में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है। मुख्यमंत्री ने यूपी से सीएम योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देवभूमि से निकलकर कई लोग देश दुनियां ने अलग -अलग क्षेत्रों में नेतृत्व कर रहे हैं और यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने अलग अलग क्षेत्रों में पहचान बना चुके प्रवासियों से अपील की कि वे राज्य में अपने घर गांव से जुड़े। साल में एक दो बार जरूर अपनी मिट्टी से जुडऩे जरूर आएं। उन्होंने कहा कि अपने पुस्तैनी घर को भी ठीक किया जा सकता है।
प्रवासियों से अपना गांव गोद लेने की अपील
इस दौरान मुख्यमंत्री ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए 250 से अधिक प्रवासियों से अपील की कि वे अपने गांवों को गोद लें और वहां के विकास में क्या योगदान दे सकते हैं यह भी खुद तय करें। उन्होंने कहा कि प्रवासियों के गांव लौटने से बहुत ही सकारात्मक संदेश जाएगा।
सम्मेलन का संदेश लाखों लोगों तक पहुंचेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार की ओर से आयोजित किए जा रहे प्रवासी सम्मेलन का संदेश दूर देशों में रह रहे लाखों प्रवासियों तक जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे उनके मन में भी अपने राज्य और मातृभूमि से जुडऩे की ललक पैदा होगी। उन्होंने कहा कि राज्य का कोई भी प्रवासी राज्य में कोई भी निवेश करना चाहता है तो सरकार सर संभव मदद के लिए तैयार है।