रुद्रपुर। तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर की टीम ने हरियाणा के करनाल जिले में स्थित केदार हर्बल इंडस्ट्रीज पर छापा मारकर करीब 250 क्विंटल (670 नग) अवैध खैर के गिल्टे बरामद किए हैं। मामले में इसमें वन क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, झारखंड, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों से अवैध रूप से प्रकाष्ठ की खरीद-फरोख्त की जानकारी सामने आई थी। इसके बाद अंतरराज्यीय स्तर पर कार्रवाई की गई। प्रभागीय वनाधिकारी तराई केन्द्रीय वन प्रभाग यूसी तिवारी ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि जांच में पता चला कि करनाल में स्थित कुछ उद्योग चोरी की खैर लकड़ी खरीद रहे हैं। एसएसपी करनाल से समन्वय स्थापित करने के बाद प्रभाग के 13 सदस्यीय दल को करनाल भेजा गया। 10 दिसंबर की सुबह लगभग 10.30 बजे टांडा एवं पीपल पड़ाव रेंज के वन क्षेत्राधिकारियों के संयुक्त नेतृत्व में केदार हर्बल इंडस्ट्रीज ग्राम वैरसाल थाना बुटाना में तलाशी ली गई। परिसर से यूपी-70-एचटी-2637 नंबर का 14-टायरा ट्रक खैर की लकड़ी से लदा मिला, जबकि गोदाम से 222 नग छिला हुआ खैर प्रकाष्ठ मिला। इंडस्ट्री स्वामी अभिमन्यु सिंह चौहान उर्फ सैंकी किसी भी वैध प्रपत्र को प्रस्तुत नहीं कर सका और कार्रवाई के दौरान मौके से फरार हो गया। बरामद सामग्री को कब्जे में लेकर टांडा वन क्षेत्र परिसर में सुरक्षित कर दिया गया है। जिसकी कीमत 10 लाख रुपये बताई जा रही है। प्रेसवार्ता में उप प्रभागीय वनाधिकारी शशिदेव और मनीन्दर कौर मौजूद रहे। टीम में वन क्षेत्राधिकारी टांडा रूप नारायण गौतम, पूरन चन्द्र जोशी, कैलाश चन्द्र तिवाड़ी, उप वन क्षेत्राधिकारी टांडा वन क्षेत्र विरेन्द्र सिंह परिहार, वन दरोगा धमेन्द्र मेहरा, नन्दा बल्लभ कांडपाल, नवीन मेहरा, सुरेश पांडे, पूरन चन्द्र पाठक, मोहन सिंह सामन्त, वन आरक्षी पंकज गहतोड़ी, राहुल कुमार एवं भुवन खर्कवाल शामिल रहे।
हरियाणा में इंडस्ट्रीज पर छापा, 250 क्विंटल खैर की लकड़ी बरामद
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