अल्मोड़ा। नगर निगम क्षेत्र की लम्बे समय से लंबित समस्याओं को लेकर पार्षदों का विरोध बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। पार्षदों ने स्पष्ट कहा कि जब तक उनकी प्रमुख मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, धरना समाप्त नहीं किया जाएगा। पार्षदों की पहली मांग नगर आयुक्त की तत्काल नियुक्ति की है। उनका कहना है कि आयुक्त का पद खाली होने से नगर निगम की कार्यप्रणाली प्रभावित हो रही है और जनहित से जुड़े अनेक निर्णय लटके हुए हैं। दूसरी मांग शहर में बढ़ते बंदर आतंक को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई की है। पार्षदों ने कहा कि बंदरों की बढ़ती संख्या आमजन के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है, इसलिए पकड़ने और नियंत्रित करने की व्यवस्था तत्काल शुरू की जानी चाहिए। धरना स्थल पर प्रदीप कुमार, दीपक कुमार, वैभव पांडे, अनूप भारती, चंचल दुर्गापाल, रीना टम्टा, गुंजन चम्याल, हेम तिवारी, भूपेंद्र जोशी, मुकेश कुमार, कुलदीप मेर, मधु बिष्ट, नवीन आर्य, इंतिक्वाब आलम कुरैशी, तुलसी देवी, रोहित कार्की, कमला किरोला और गीता बिष्ट मौजूद रहे। पार्षदों ने कहा कि उनकी मांगें जनहित से जुड़ी हैं और प्रशासन को अत्यावश्यक रूप से कार्रवाई करनी होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि आश्वासनों के बजाय ठोस निर्णय लिए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।
नगर निगम की उपेक्षित समस्याओं को लेकर पार्षदों का धरना दूसरे दिन भी जारी
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