Thursday, October 30, 2025
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डीएम अध्यक्षता में हुई जिला पर्यटन विकास समिति की चौथी बैठक

हरिद्वार। जनपद में गठित जिला पर्यटन विकास समिति की चौथी बैठक जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट भवन में आयोजित की गई। जिसमें नए पर्यटन डेस्टिनेशन के चयन व विकास, विभागीय परिसम्पत्तियों के संचालन एवं रख रखाव, पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास को लेकर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी मयूरी दीक्षित ने जिला पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देष देते हुए कहा कि हरिद्वार में यात्रियों एवं पर्यटकों का आवागमन धार्मिक उद्देश्य से होता है। पर्यटक हरिद्वार आते हैं और एक दिन हरिद्वार में रूक कर गंगा स्नान कर एवं धार्मिक कर्मकाण्ड कर चला जाता है, जिसके लिये जनपद हरिद्वार में पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने एवं यात्रियों को हरिद्वार में अल्पज्ञात तीर्थस्थलों का ढूंढकर उनको विकसित करते हुए उनका प्रचार प्रचास किये जाने जिलाधिकारी महोदय द्वारा ठोस कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिए गए।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल ने जिलाधिकारी को टूर प्रोगाम प्रस्तुत करते हुए अवगत कराया है कि हरिद्वार भ्रमण हेतु योजना तैयार की गयी है जिसमें प्रथम चरण में तीर्थनगरी हरिद्वार में माँ सुरेश्वरी मन्दिर-राजीजी नेशनल पार्क (रानीपुर गेट), द्वितीय टूर में माँ विंध्यावाशनी मन्दिर-राजाजी नेशन पार्क चीला, तृतीय टूर में कनखल (सतीकुण्ड, दक्ष प्रजापति, द्ररिद भंजन)-दक्षिण काली मन्दिर (नीलधारा)-नमामि घाट का भ्रमण-गौरी शंकर महादेव मन्दिर-नीलेश्वर महादेव मन्दिर-माँ मायादेवी मन्दिर-बिल्वकेश्वर महोदव मन्दिर-माँ सुरेश्वरी देवी मन्दिर के भ्रमण करने हेतु प्रस्ताव तैयार किया गया है। चतुर्थ टूर में पंचलेश्वर महोदव मन्दिर, पांचवे टूर में साहसक पर्यटन के अन्तर्गत झिलमिल झील-पीली पड़ाव धर्मकुण्ड ट्रैक-सुल्ताना डाकू की जेल-सिद्धस्रोत महादेव मन्दिर एवं छठे टूर में माँ चुड़ियाला मन्दिर का कार्यक्रम बताया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने पर्यटन अधिकारी को उक्त टूर कार्यक्रम को आयोजित किये जाने के निर्देश दिए गए।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष लक्सर-सुल्तानपुर में स्थित महाभारत कालीन ऐतिहासिक पंचलेश्वर महादेव मन्दिर को विकसित करने हेतु प्रस्ताव तैयार किये जाने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने तीर्थनगरी हरिद्वार को एडवेंचर टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए भीमगोडा बैराज एवं रुड़की गंगनहर में वॉटर स्पोर्टस गतिविधियों के संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग से पर्यटन सम्पत्तियों का विवरण प्राप्त करते हुए हरिद्वार में पार्किंग, पार्क, ईको पार्क/एडवेंचर पार्क विकसित किये जाने के लिए भी ठोस योजना बनाने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी द्वारा पिरान कलियर में स्थल चिन्हित करते हुए पार्किंग निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि हरिद्वार में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने के लिए योजना बनायी जा रही है, जिसमें पीली पड़ाव क्षेत्र एवं झिलमिल झील परिक्षेत्र में ग्रामीणों से चर्चा कर वहां की सामाजिक स्थिति एवं कल्चर पर टूर तैयार किया जायेगा, जिसे आने वाले पर्यटकों को भ्रमण करवाया जायेगा। जिलाधिकारी द्वारा जनपद हरिद्वार में स्थित पुरानी एवं ऐतिहासिक धर्मशालाओं/आश्रमों के पदाधिकरियों के साथ बैठक करते हुए हैरिटेज वॉक की योजना तैयार किए जाने के साथ शीतकालीन टूरिज्म को दृष्टिगत् रखते हुए कार्ययोजना तैयार की जाये।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, मुख्य कोषाधिकारी अजय कुमार, एसडीओ वन विभाग पूनम कैलोला, मेयर प्रतिनिधि हितेश चौधरी, होटल एसोसिएशन के सचिव अमित पंजवानी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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