Monday, April 21, 2025
Homeहोमउत्तराखण्डभीमराव अंबेडकर मोर्चा ने की सैनिक कल्याण मंत्री से चकराता में अंबेडकर...

भीमराव अंबेडकर मोर्चा ने की सैनिक कल्याण मंत्री से चकराता में अंबेडकर प्रतिमा स्थापना की मांग


देहरादून। भारत रत्न, संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना की मांग को लेकर बाबा साहेब डा. बी०आर० अम्बेडकर संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी से उनके कैंप कार्यालय में मुलाकात की।
मोर्चा के पदाधिकारियों ने मंत्री गणेश जोशी को एक ज्ञापन सौंपते हुए चकराता बाजार में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना के लिए अनुमति प्रदान करने की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि चकराता क्षेत्र को 24 जून 1967 को डॉ. अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के प्रावधानों के तहत जनजातीय क्षेत्र का दर्जा प्राप्त हुआ, जिससे यहां के लोगों को आरक्षण का लाभ मिला और क्षेत्र के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ। लेकिन यह चिंता का विषय है कि अब तक इस महापुरुष की कोई प्रतिमा या पार्क क्षेत्र में स्थापित नहीं किया गया है।
मोर्चा के पदाधिकारियों ने चकराता बाजार में प्रतिमा स्थापना के लिए पड़ाव (चिल्ड्रन पार्क), चिल्ड्रन पार्क और ठाणा डांडा में से किसी एक स्थान को स्वीकृति देने का आग्रह किया। उन्होंने मंत्री गणेश जोशी से अनुरोध किया कि इस मामले को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के समक्ष सशक्त संस्तुति के साथ प्रस्तुत किया जाए, ताकि केंटोनमेंट बोर्ड चकराता या कमांडेंट स्पेशल फ्रंटियर फोर्स चकराता से स्वीकृति प्राप्त की जा सके। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि वे इस विषय पर गंभीरता से उचित कार्रवाई का सकारात्मक भरोसा दिलाया। मंत्री ने कहा कि प्रकरण में प्रतिनिधि मंडल के अनुरोध पर उन्होंने केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को पत्र भी प्रेषित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और समता के प्रतीक हैं, और उनकी प्रतिमा की स्थापना के लिए सरकार हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
इस अवसर पर अध्यक्ष गोपाल दीनदयाल, उपाध्यक्ष बारू निराला, सचिव मायादास, कोषाध्यक्ष विकारा जौनसारी, महा सचिव अनिल वर्मा, नन्दलाल भारती सहित कई लोग उपस्थित रहे।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments