देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड के काशीपुर में पुलिस ने हनी ट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह का मुख्य सरगना राशन डीलर है। वह एक महिला के साथ यह धंधा चलाता था। पुलिस ने महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ऊधम सिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने शनिवार को बताया कि गिरोह की महिला सदस्य गौरी वर्मा उर्फ दमयंती लोगों को फंसाती और उसके बाद गिरोह के सदस्य महिला के साथ पीडि़त की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल करने के नाम पर अच्छी खासी रकम ऐंठ लेते। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने बताया कि काशीपुर के मानपुर रोड निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक सतनाम सिंह इस गिरोह के चंगुल में फंस गए जिनसे गिरोह के सदस्यों ने 3,65,000 रुपये ठग लिए। पिछले महीने 21 अक्टूबर को पीडि़त शिक्षक एसएसपी से व्यक्तिगत रूप से मिले और आपबीती सुनायी। एसएसपी ने पीडि़त को भरोसा दिलाया कि आरोपी नहीं बख्शे जाएंगे। इसके बाद मामले की जांच ऊधम सिंह नगर के मानव तस्करी निरोधक बल (एएनटीएफ) की प्रभारी जीतो काम्बोज को सौंपी गई। पुलिस ने पहले आरोपों की तस्दीक की। तथ्य सही पाये जाने पर आरोपियों के खिलाफ काशीपुर थाना में केस दर्ज किया गया। आखिरकार पुलिस ने गिरोह के सरगना अजय गुप्ता निवासी वार्ड नंबर-21, रूद्रपुर और महिला सदस्य गौरी वर्मा निवासी वार्ड नंबर-18 पंत कालोनी, किच्छा, ऊधम सिंह नगर को गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार, पीडि़त लोग लोकलाज के डर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने से बच रहे थे। अब आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कई पीडि़त सामने आ रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मणिकांत मिश्रा ने बताया कि गिरोह अभी तक एक दर्जन से अधिक लोगों को हनी ट्रैप में फंसा चुका है। गिरोह का सदस्य विवेक बाठला उर्फ विक्की फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। आरोपियों ने एक कमरे में महिला के साथ पीडि़त शिक्षक की तस्वीर खींच ली और तस्वीरों को वायरल करने के नाम पर 3,65,000 रुपये उगाहे। अन्य पीडि़त भी अब सामने आ रहे हैं। लिखित शिकायतें मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ अलग से कार्रवाई की जाएगी।
काशीपुर में हनी ट्रैप गिरोह का भंडाफोड़
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