देहरादून)। हाईकोर्ट के वर्ष 2018 के आदेश के अनुसार नियमितीकरण की प्रक्रिया शुरू न होने से नाराज उपनल कर्मचारियों ने सोमवार को दून में महाआक्रोश रैली निकालते हुए सचिवालय कूच किया। पुलिस द्वारा सचिवालय से पहले ही बेरिकेडिंग लगाकर रोक लिए जाने पर कर्मचारी वहीं सडक़ पर धरना देकर बैठ गए। अपराह्न मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में उपनल कर्मचारी संघ प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता में कोई ठोस रास्ता नहीं निकल पाया। शाम कर्मचारियों ने सचिवालय से उठकर सहस्त्रधारा रोड पर एकता विहार स्थित धरना स्थल पर डेरा डाला दिया था। दोपहर करीब एक बजे उपनल कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए परेड मैदान से सचिवालय की ओर कूच किया। परेड़ मैदान से कांन्वेंट रोड से पेवेलियन के निकट होते हुए वो वो करीब पौने दो बजे सचिवालय के पास पहुंच। वहां पहले से बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने बेरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया। कर्मचारी वहीं सडक पर धरना देकर बैठ गए। कुछ ही देर बाद मुख्य सचिव के बुलावे पर उपनल कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष विनोद गोदियाल, महामंत्री विनय प्रसाद, सुनील नेगी, प्रह्लाद, लक्ष्मण भंडारी सचिवालय पहुंचे। वहां मुख्य सचिव की अध्यक्षता में शासन की ओर से एसीएस वित्त आनंद वर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु भीवार्ता में शामिल हुए। मुख्य सचिव ने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव की वजह से आचार संहिता लागू है। इसलिए तत्काल इस विषय पर निर्णय नहीं किया जा सकता। 24 नवंबर के बाद मुख्यमंत्री के साथ उच्च स्तरीय बैठक कराई जाएगी। जिसमें सभी पहलुओं को रखा जा सकता है। करीब एक घंटे तक चली वार्ता में कोई समाधान नहीं निकल पाया। संघ अध्यक्ष गोदियाल ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री के साथ वार्ता 24 नवंबर के बाद कराई जाती है तो सरकार सुप्रीम कोर्ट के पंद्रह अक्टूबर के आदेश के खिलाफ रिव्यू में जाने या न जाने का निर्णय भी 24 के बाद ही करे। शाम चार बजे तक गतिरोध न सुलझने पर उपनल कर्मचारी सहस्त्रधारा रोड स्थित एकता विहार धरना स्थल चले गए।
रहे शामिल
रैली में कार्यकारी अध्यश महेश भट़ट, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष मीना रौथाण, मीनाक्षी, विमला देवी, स्नेहा बिष्ट, दीपा नेगी, अनिल गुंसाई-नैनीताल, महेश उनियाल-टिहरी, जयदेव उनियाल-उत्तरकाशी, योगेंद्र बडोनी-हरिद्वार, रवि विश्वकर्मा-यूएसनगर, पंकज पांडे-पिथौरागढ़, शिक्षा विभाग के प्रयोगशाला-कार्यालय सहायक संगठन के अध्यक्ष जीतराम पौठियाल, नरेश शाह, रमेश डोभाल, गणेश गोदियाल, मुकेश रावत आदि।
उपनल कर्मियों की महाआक्रोश रैली से लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी
उपनल कर्मचारी महासंघ ने सोमवार को प्रस्तावित महाआक्रोश रैली की वजह से सरकारी कार्यालयों में जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। उपनल कर्मचारियों ने दून अस्पताल में कार्य बहिष्कार किया और सचिवालय कूच में शामिल हुए। अस्पताल में हड़ताल के कारण दून मेडिकल कालेज अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई। अस्पताल में सबसे ज्यादा दिक्कत पंजीकरण व बिलिंग में हो रही है। जबकि 15 दिन के पर्चे पर इलाज की व्यवस्था कर दी है। पर्चा बनाने और बिल कटवाने के लिए मरीजों को दो- दो घंटे तक लाइन में लगना पड़ा। पर्ची समय पर नहीं बनने से 11 : 30 बजे तक भी डॉक्टरों के कक्ष के बाहर ओर जांचों ने सन्नाटा पसरा था। हड़ताल की वजह से ऑपरेशन भी प्रभावित हुए। ओटी टेक्नीशियन सहित अन्य कर्मचारी उपनल के होने के कारण डॉक्टरों ने केवल छोटे केस ही लगाए है। अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 2000 मरीज आते हैं।