देहरादून। उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने अधिशासी अभियंता के खाली पदों पर प्रमोशन लटकाने का विरोध किया। यूपीसीएल मैनेजमेंट के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोमवार को काली पट्टी बांध विरोध जताया। इसके साथ ही चरणबद्ध आंदोलन का ऐलान कर दिया है। एसोसिएशन से जुड़े इंजीनियरों ने सोमवार को प्रदेश भर में काली पट्टी बांध विरोध जताया। केन्द्रीय अध्यक्ष आनंद रावत ने कहा कि एसोसिएशन यूपीसीएल प्रबंधन से कई बार बात कर चुकी है। इसके बाद भी ईई के खाली पदों पर प्रमोशन को लेकर कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। कोर्ट का आदेश आने के बाद भी अनावश्यक देरी की जा रही है। इससे जेई संवर्ग के सदस्यों को भारी नुकसान हो रहा है। सभी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। महासचिव पवन रावत ने कहा कि मैनेजमेंट को अभी तक हाईकोर्ट के निर्णय अनुसार सहायक अभियंता पद पर वरिष्ठता सूची तैयार कर अधिशासी अभियंता के रिक्त पदों पर पदोन्नति करना चाहिए। इसके साथ ही 30 सितम्बर 2005 तक सेवा में आए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन समेत जीपीएफ सुविधा का लाभ दिया जाए। जूनियर इंजीनियर का पदोन्नति कोटा बढ़ा कर 58.33 प्रतिशत किया जाए। सालों से लटकी डीपीसी का निस्तारण करते हुए एसीपी का लाभ सुनिश्चित कराया जाए। विरोध जताने वालों में राजीव खर्कवाल, हरीश नौडियाल, संजय कुमार, गजेन्द्र चौहान, वीके जैन, राममनोहर शर्मा, नवनीत चौहान, सौरभ चमोली, अनुज, राजेश जोशी आदि शामिल रहे।
नए जूनियर इंजीनियरों को कब मिलेगी तैनाती
केन्द्रीय संगठन सचिव मनोज कंडवाल ने कहा कि यूपीसीएल में आए नए जूनियर इंजीनियरों को अभी तक नई तैनाती नहीं दी जा रही है। जबकि उनकी ट्रेनिंग का भी समय पूरा हो गया है। इसके बाद भी एक साल से भी अधिक समय से उन्हें खाली बैठा कर रखा गया है। दूसरी ओर फील्ड में जेई की कमी के कारण दिक्कतें पेश आ रही हैं।
चरणबद्ध आंदोलन कार्यक्रम
16 अक्तूबर तक काली पट्टी बांधकर विरोध।
18 और 19 अक्तूबर को सभी एसई ऑफिस में प्रदर्शन
24 और 25 अक्तूबर को मुख्य अभियंता कार्यालय में गेट मीटिंग
06 नवम्बर को हरिद्वार जोन में सत्याग्रह
08 नवम्बर को हल्द्वानी जोन में सत्याग्रह
13 नवम्बर को देहरादून जोन में सत्याग्रह
16 नवम्बर को ऊर्जा भवन मुख्यालय में सत्याग्रह