पिथौरागढ़। मानव और प्रकृति के प्रेम को दर्शाता एवं हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व जिला मुख्यालय में उत्साह के साथ मनाया गया। शनिवार को सुबह से ही मंदिरों मं पूजा अर्चना के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। शंख और घंटियों की आवाज से पूरा क्षेत्र भक्तिमय बना रहा। वहीं लोगों ने एक दूसरे को हरेला पर्व की बधाई दी। सुबह से ही मंदिरों में लोगों का आना जाना लगा रहा। दस दिन पूर्व घर के मंदिर में बोए गए हरेले को काट कर परिवार के बुजुर्गों ने बच्चों के सिर पर हरेला रखा। इस दौरान बुजुर्गों ने जी रया जागि रया, यों दिन मास भेंटनैं रया कहते हुए आशीर्वाद दिया। हरेला पर्व पर नगर के उल्का देवी मंदिर, कौशल्या मंदिर, कामाख्या मंदिर, चंडिका मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही। इस दौरान भक्तों ने मंदिरों में भजन कीर्तन किए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी हरेला पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिले के नाकोट, मोस्टामानू, वड्डा, ऐंचोली, बड़ावे सहित अनेक ग्रामीण मंदिरों में लोग सुबह से ही ग्राम देवताओं के मंदिर पहुंचे। ग्रामीणों ने पूजा अर्चना कर अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर उन्होंने ईष्टदेव को पूरी पकवान का भोग लगाकर एक दूसरे को प्रसाद वितरित किया।