चमोली। बदरीनाथ मास्टर प्लान और प्राधिकरण के खिलाफ जन आक्रोश दिन-ब-दिन तेज होता जा रहा है। सोमवार को आंदोलन के 15वें दिन माणा, बामणी, लामबगड़, गोविंदघाट, पड़ा पंचायत सहित सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने जुलूस निकालकर सरकार की नीतियों का विरोध किया। बदरीनाथ में सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक होटल, रेस्टोरेंट, प्रसाद की दुकानें बंद रखकर व्यापारियों ने आंदोलन को समर्थन दिया। सोमवार को संयुक्त बद्रीश समिति के बैनर तले बदरीनाथ के साकेत तिराहे तक पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने मास्टर प्लान वापस लो जैसे नारों के साथ माहौल को आंदोलित कर दिया। इस दौरान अशोक टोड़रिया, अक्षय मेहता और दीपक राणा ने सिर मुंडवाकर अनूठे तरीके से विरोध दर्ज कराया।
होटल एसोसिएशन, व्यापारी संगठन, स्थानीय पंचायतें और तीर्थ पुरोहित संगठनों ने मिलकर बदरीनाथ बंद का आह्वान किया, जिसके चलते सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक होटल, रेस्टोरेंट, प्रसाद की दुकानें और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे। पड़ा पंचायत अध्यक्ष प्रवीन ध्यानी ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने शीघ्र समाधान नहीं निकाला, तो स्थानीय जनता क्रमिक अनशन शुरू करने को बाध्य होगी। बीकेटीसी के पूर्व उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने कहा कि राज्य सरकार और तीर्थ विकास बोर्ड के साथ जनता की मांगों को लेकर बातचीत जारी है, लेकिन जब तक ठोस समाधान नहीं आता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शनकारियों में होटल एसोशिएशन अध्यक्ष राजेश मेहता, मनदीप भंडारी, कन्हैया चौहान, रविन्द्र चौहान, गौरव पंचभैया, निश्चय मेहता, हरेंद्र भंडारी, जमुना प्रसाद रैवानी, अरविंद शर्मा, राघव पंवार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
बदरीनाथ में मास्टर प्लान के विरोध में सड़क पर उतरे लोग
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