नई टिहरी। नशे के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई एवं जनजागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एडीएम अवधेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एनडीपीएस एक्ट 1985 के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में अफीम, खस-खस एवं पोस्त जैसी नशीली फसलों की अवैध खेती और उनके व्यापार को रोकने हेतु संबंधित विभागों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की गई। एडीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि एनडीपीएस एक्ट के तहत नशे की रोकथाम के लिए प्रत्येक विभाग गंभीरता से कार्य करे। उन्होंने आईबी अधिकारी को आवश्यक सूचनाएं संकलित कर साझा करने, ड्रग्स निरीक्षकों को पुलिस के सहयोग से मेडिकल दुकानों पर छापामारी तेज करने के निर्देश दिए।
साथ ही, शिक्षा विभाग को स्कूलों में चित्रकला, निबंध, पेंटिंग और रैलियों जैसी गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने को कहा गया। सीएमओ कार्यालय की मनोवैज्ञानिक डॉ. रीना सिंह ने बताया कि तंबाकू नियंत्रण केंद्र पर उचित परामर्श और निकोटेक्स गम के माध्यम से तीन बंदियों ने नशा छोड़ दिया है। समाज कल्याण अधिकारी श्रेष्ठा भाकुनी ने बताया कि नशामुक्ति शिविरों के आयोजन के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। ड्रग्स निरीक्षक चंद्रप्रकाश नेगी ने बताया कि अब तक 14 मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण कर 8 सैंपल लिए गए हैं और 2 दुकानों में नारकोटिक्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। कांउसलर डीडीआरसी रंजीता थपलियाल ने बताया कि जनपद में अभी तक लगभग 250 नशा प्रतिबंधित विवाह हुए हैं, जिन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बैठक में एसडीएम संदीप कुमार, क्षय रोग अधिकारी जेएस भण्डारी, एसीआईओ आईबी विश्वा प्रियदर्शिनी, डीईओ बेसिक एनके हल्दयानी, प्रताप सिंह, संगीता, ऋषभ आदि मौजूद रहे।
एनडीपीएस ऐक्ट के तहत नशे पर लगाएं प्रभावी रोक: एडीएम
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