कोटद्वार। जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेसियों ने भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि 1971 में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर 93 हजार से अधिक सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर किया। वक्ताओं ने कहा कि देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के मार्गदर्शन में 16 दिसंबर 1971 को भारत के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत अरोड़ा की उपस्थिति में पाकिस्तान के जनरल एएके जियाजी ने भारतीय सेना से परास्त होकर सैनिकों के आत्मसमर्पण वाले दस्तावेज में हस्ताक्षर किए। पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटाने वाला यह विजय युद्ध तीन दिसंबर से 16 दिसंबर के अल्पकाल तक चला, इस युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े किए गए और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। इस मौके पर जिलाध्यक्ष विनोद डबराल, बलबीर सिंह रावत, बीरेंद्र सिंह रावत, प्रेम सिंह पयाल, विनोद रावत प्रधान, गोकुल सिंह नेगी, शैलेन्द्र सिंह, महाबीर सिंह नेगी, मनोज रावत, पूर्व पार्षद सूरज प्रसाद कांति, संदीप सिंह रावत, राजीव जखमोला, प्रदीप नेगी, कृपाल सिंह नेगी, विमल बिष्ट, आसिफ हुसैन, भीमेंद्र पंवार, जावेद, पदमेंद्र रावत, मनोज नेगी उपस्थित रहे।
कोटद्वार में कांग्रेसियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी
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