अल्मोड़ा। एसएसजे परिसर अल्मोड़ा के भूगोल विभाग का शैक्षिक भ्रमण विगत 10 से 16 नवंबर तक दिल्ली, जोधपुर, जैसलमेर क्षेत्रों में आयोजित किया गया। इस शैक्षिक भ्रमण का उद्देश्य इन क्षेत्रों के प्राकृतिक स्वरूप को समझते हुए सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन एवं आर्थिकी को समझना था। शैक्षिक भ्रमण में विद्यार्थियों ने सर्वप्रथम देश की राजधानी दिल्ली का भ्रमण किया। लाल किला, $कुतुब मीनार का इतिहास और उनकी निर्माण प्रक्रिया में प्रयुक्त चट्टानों से छात्र-छात्राओं को अवगत करवाया गया। मेट्रो रेल के बनने और उसके कारण आये सामाजिक -आर्थिक विशेषकर पर्यावरणीय बदलावों को भी विद्यार्थियों द्वारा समझा गया। राजस्थान में विद्यार्थियों को अरावली पर्वत की संरचना, निर्माण और वर्तमान स्थिति को बताया गया। इस सन्दर्भ में विभागाध्यक्ष प्रो ज्योति जोशी द्वारा छात्र- छात्राओं से संवाद करते हुए कहा कि यह शैक्षिक भ्रमण भूगोल विभाग के विद्यार्थियों के लिए अरावली पर्वत श्रृंखला को जानने – समझने का एक अवसर है जिसके माध्यम से विद्यार्थी नवीन हिमालयी वलित पर्वत श्रृंखलाओं तथा प्राचीन अरावली पर्वत श्रृंखलाओं श्रृंखलाओं को कालक्रमानुसार होने वाले परिवर्तनों के परिप्रेक्ष्य में समझ सकते हैं। जोधपुर में विद्यार्थियों ने खनन क्षेत्र का भ्रमण किया। विभाग के प्राध्यापक डॉ दीपक ने खनन और इसके प्रभावों के बारे में बताया। जैसलमेर में छात्र-छात्राओं को रेगिस्तानी भू आकृति, जन जीवन और संस्कृति के विषय में समझाया गया। जैसलमेर में आकल जिओलोजिकल फॉसिल पार्क देखना भी छात्रों के लिए भूगोल एवं भू विज्ञान की दृष्टि से काफी ज्ञानवर्धक रहा। इसके अतिरिक्त जैसलमेर फोर्ट, जोधपुर का मेहरानगढ़ किला तथा उमेदभवन पैलेस का भ्रमण भी किया गया जो तत्कालीन इतिहास एवं भूगोल के मध्य सम्बन्धों को रेखांकित करता है। भ्रमण क्षेत्र का जीपीएस द्वारा सर्वेक्षण करके उसकी मानचित्र प्रक्रिया से भी विद्यार्थियों को अवगत करवाया गया। शैक्षिक भ्रमण में छात्रों के साथ विभाग के डॉ अरविन्द सिंह यादव, डॉ नरेश पन्त, डॉ पूरन जोशी आदि मौजूद रहे तथा डॉ युगल पांडे ने सहयोग किया।
शैक्षिक भ्रमण में भूगोल के छात्रों ने सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन एवं आर्थिकी को समझा-
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