Thursday, July 24, 2025
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चार धाम यात्रा में प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की औसत संख्या का रिकॉर्ड टूटा, इस बार यात्रा में रिकॉर्ड औसत


देहरादून। चार धाम यात्रा में इस बार प्रतिदिन दर्शन करने वाले यात्रियों का औसत बढ़ गया है। इस बार प्रतिदिन औसत दर्शन करने वालों की संख्या का रिकॉर्ड बना है। पिछले साल प्रतिदिन औसत दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 26743 रही। इस बार ये संख्या 31372 रही। पिछले साल यात्रा का समय 205 दिन और इस साल सिर्फ 153 दिन रहा। इस साल पिछली बार की तरह यात्रा 205 दिन चलती तो कुल आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 64.31 लाख का रिकॉर्ड बनाती। इस वर्ष 52 दिन यात्रा समय कम रहने के बावजूद 48 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। चार धाम यात्रा 2023 में 22 अप्रैल को शुरू होकर 19 नवंबर को संपन्न हुई। इस बार 2024 में यात्रा 10 मई को शुरू होकर 17 नवंबर को संपन्न हुई। इस बार केदार घाटी में आई आपदा के कारण यात्रा एक महीना बाधित भी रही। इस साल सिर्फ 153 दिन चली यात्रा के बावजूद दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने 48 लाख का रिकॉर्ड बनाया। केदारनाथ धाम में 16.52 लाख, बदरीनाथ धाम में 14.50 लाख गंगोत्री 7.14 लाख, यमुनोत्री में 8.18 लाख, हेमकुंड साहिब में 1.83 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
यात्रा का समय होने के बावजूद प्रतिदिन दर्शन करने वालों की संख्या का औसत इस बार पिछले साल की तुलना में 4629 अधिक रहा। इस बार की चार धाम यात्रा प्राकृतिक आपदाओं से भी प्रभावित रही। केदारनाथ धाम जाने वाले संपर्क मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो गए थे। एक महीने तक यात्रा में सिर्फ हेली सेवाओं से आने वाले श्रद्धालु ही पहुंचे। सडक़ों की स्थिति को जल्द दुरुस्त कर यात्रा को दोबारा सुचारु कराया गया।
केदारनाथ भी बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
केदारनाथ में इस बार 16 लाख 52 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इस बार दर्शन करने वालों का प्रतिदिन औसत 10797 रहा। पिछले साल प्रतिदिन दर्शन करने वालों की औसत संख्या 9572 रही। इस बार भी यात्रा पूरे 205 दिन चलती, तो केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का एक नया रिकॉर्ड बनता। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के समय 10 मई को 29030 श्रद्धालु पहुंचे थे।
हर बार एक साल के अंतर में घट जाती है संख्या
चार धाम यात्रा में हर बार एक साल के अंतर में श्रद्धालुओं की संख्या घट जाती है। 2020 में 33 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। 2021 में ये संख्या बढ़ कर 52.93 लाख पहुंच गई थी। 2022 में आकर यही संख्या घट कर 46.29 लाख पहुंच गई। 2023 में 54.82 लाख का रिकॉर्ड बना, तो 2024 में ये संख्या 48 लाख पहुंच गई। जिस साल यात्रा का समय बढ़ता है, उस साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। जब समय कम होता है, तब श्रद्धालुओं की संख्या कम हो जाती है।
चार धाम यात्रा उत्तराखंड ही नहीं देश की धार्मिक आध्यत्मिक, सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। यात्रा के सफल और सुरक्षित संचालन के लिए सरकार ने हर संभव प्रयास किए। जिस कारण कम यात्रा अवधि के बावजूद, रिकॉर्ड तीर्थयात्री चारधामों में पहुंचे हैं। सरकार स्थानीय तीर्थ पुरोहितों, कारोबारियों और सभी हित धारकों को साथ लेकर यात्रा को निरंतर नई उंचाई पर ले जाने के लिए संकल्पबद्ध है।

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