उत्तराखंड बोर्ड की इंटर की परीक्षा में प्रदेश में पहला स्थान हासिल करने वाली हरिद्वार के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज की छात्रा दीया राजपूत भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हैं। वह कहती हैं कि मेरे दो सपने हैं। एक आज पूरा हो गया और एक की तैयारी शुरू कर दी है।
दीया कहती हैं कि ‘मेरा पहला सपना अपनी कक्षा और स्कूल को टाप करना था और दूसरा सपना आइएएस बनना। तो प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर आज वह सपना पूरा हो गया। साथ ही, दीया ने इंटर की परीक्षा के तुरंत बाद ही आइएएस की तैयारी भी शुरू कर दी है।’
दीया का मानना है कि यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा देश की सबसे बड़ी परीक्षा है तो इसकी तैयारी भी उतने ही बड़े स्तर पर होनी चाहिए। दीया कहती हैं कि घर की आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं है कि वे दिल्ली या किसी बड़े शहर में जाकर आइएएस की कोचिंग कर सके।
सोमवार को दैनिक जागरण से बातचीत में दीया ने बताया कि उनके पिता पद्म कुमार हरिद्वार की एक निजी कंपनी में काम करते हैं, जबकि माता भारती राजपूत गृहिणी हैं। पिता ने कभी भी उन्हें या घर के अन्य सदस्यों को कभी किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने दी।
उन्होंने अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर ही केंद्रीत रखा। बड़ी बहन गुंजन राजपूत का मार्गदर्शन और मां की हौसला अफजाई ने उनकी हिम्मत बढ़ाई। दीया ने हाईस्कूल में 95 प्रतिशत अंक के साथ 16वां स्थान हासिल किया था।
सफलता से गदगद पिता पद्म कुमार ने दीया को गले से लगाया। मां और दोनों बहनों ने दीया की सफलता पर खुद लड्डू बनाकर बांटे। बड़ी बहन गुंजन ने बताया कि उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विवि से एमबीए किया है और नौकरी की तलाश कर रही हैं। जबकि छोटी बहन संजना ने इस साल इंटर में प्रवेश किया है।