इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने वाले यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी अपनी संपत्ति अखाड़े को दे सकते हैं। हरिद्वार में उनके संन्यास लेने की तैयारियां चल रही हैं। इस बीच रिजवी अपने संपत्ति का ब्योरा जुटाने के लिए लखनऊ निकल गए हैं।
संतों की ओर से उन्हें अपने परिवार से एक बार मिलने की अपील की गई थी, लेकिन रिजवी अपने घर जाने को तैयार नहीं थे। शांभवी पीठाधीश्वर आनंद स्वरूप ने उनसे अपील की। कई दिनों तक अपील करने के बाद रिजवी अपने घर चले गए है। शांभवी पीठाधीश्वर आनंद स्वरूप उन्हें संन्यास दिलाएंगे।
कयास लगाए जा रहे हैं कि रिजवी अपनी संपत्ति अखाड़े या फिर आनंद स्वरूप को सौंप सकते हंै। हालांकि संपत्ति किसको दी जाएगी। इस पर अभी चर्चा होनी बाकि है। लखनऊ के अलावा रिजवी की मुरादाबाद में भी संपत्ति है। उनका बेटा विदेश में है, जबकि बिटिया की शादी हो चुकी है।
मालूम हो कि उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में 17 से 19 नवंबर तक आयोजित हुई धर्मसंसद में अर्मादित भाषण के मामले उन्हें गिरफ्तार किया गया था। जेल गए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी सुप्रीम कोर्ट से अंतरित जमानत मिलने के बाद अब सन्यास लेने की तैयारियों में जुटे हैं।