उत्तराखंड में पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (एचएसआरपी) लगाने का काम बंद है। परिवहन विभाग की लापरवाही से शहर में फर्जी हाई सिक्योरिटी प्लेट बनाने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है। यह तीन गुना ज्यादा दाम पर फर्जी प्लेट बनाकर दे रहा है। गिरोह के लोग यह भी दावा कर रहे हैं, किसी भी राज्य में चले जाओ यह प्लेट मान्य होगी।
‘हिन्दुस्तान’ संवाददाता अपनी पड़ताल के दौरान त्यागी रोड स्थित एक कार एसेसरीज की दुकान पहुंचे और सवाल किया कि पुरानी नंबर प्लेट पर पुलिस और आरटीओ चालान काट रहे हैं। कार की हाई सिक्योरिटी वाली नंबर प्लेट बनवानी है। दुकानदार ने कहा, दो तरह की प्लेट बनती है। एक प्लेट दिखाते हुए कहा, इसे लगाकर लोकल में घूम सकते हैं, ये 700 रुपये में बनेगी।
दूसरी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट होगी, जिसे हम आरटीओ से बनाएंगे। इसे बनाने में एक हफ्ते का समय लगेगा। एक बाइक की प्लेट को दिखाते कहा, देखो ऐसी बनेगी। दुकानदार ने जो प्लेट दिखाई, वह एचएसआरपी की तरह थी। मोनोग्राम और लेजर नंबर लिखा था। दुकानदार ने 1200 रुपये मांगे और कहा कि कार की आरसी देनी होगी। दूसरे दुकानदार ने 1300 रुपये में प्लेट बनवाने का दावा किया।
दूसरे राज्य से बना रहे
प्लेटों पर लेजर सीरीज नंबर दूसरे राज्य का है। वहां से यह प्लेटें बनवाई जा रही हैं, जो कि अवैध है। प्लेट बनने में एक सप्ताह से दस दिन लग रहे हैं, क्योंकि दूसरे राज्य से यह प्लेटें कोरियर से देहरादून भेजी जाती हैं।
दिसंबर से बंद है काम
वाहनों पर हाई सिक्योरिटी प्लेट अनिवार्य है। नए वाहनों में डीलर प्वाइंट से प्लेट लगती है। पुराने वाहनों में प्लेट लगाने वाली कंपनी का अनुबंध दिसंबर में खत्म हो गया। विभाग ने दोबारा अनुबंध नहीं किया। लोग आरटीओ से बैरंग लौट रहे हैं। चालान कट रहा है। इसी का फायदा उठाकर गिरोह सक्रिय है।
क्या है नंबर प्लेट बनाने की प्रक्रिया
पुराने वाहनों में नंबर प्लेट बनाने के लिए वाहन की आरसी और बीमा चाहिए। आरटीओ दफ्तर में 40 रुपये की फीस जमा की जाती है। दून में 245 रुपये दोपहिया वाहन और 424 रुपये छोटे हल्के मोटर वाहन की फीस तय है।
प्लेट पर फर्जी लेजर नंबर, गलत सीरीज दर्ज
बाहर बन रही हाई सिक्योरिटी प्लेट को देखकर कोई भी नहीं कह सकता कि यह फर्जी है। इसे केवल लेजर नंबर से पकड़ा जा सकता है। त्यागी रोड की दुकान पर रखी प्लेट की पड़ताल आरटीओ दफ्तर से भी की गई। पता चला यह बाइक की है, जो 2017 में खरीदी गई। इसका फ्रंट लेजर नंबर एए 178571427 और बैक साइड एए 190574035 है।
जबकि दुकान पर रखी प्लेट पर एबी सीरीज का लेजर नंबर दर्ज था। बाइक के मालिक आनंद सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वह शिक्षा निदेशालय में कार्यरत हैं। यह उनके बेटे की बाइक है। नंबर प्लेट टूट गई थी। आरटीओ से प्लेट नहीं बन पाई तो चालान के डर से बाहर से बनवाई है। बता दें उत्तराखंड में करीब आठ लाख वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जानी हैं।आरटीओ ऑफिस में पुराने वाहनों में एचएचआरपी का काम बंद है। यदि कोई फर्जी नंबर प्लेट बना रहा है तो केस किया जाएगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी का एक्शन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बुधवार सुबह अचानक आरटीओ कार्यालय में पहुंचने से विभाग में हड़कंप मच गया। लापरवाही देखकर धामी ने आरटीओ दिनेश पठोई को सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। इस दौरान यहां कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले।