पूर्व सीएम हरीश रावत ने यूपी के साथ परिसंपत्तियों के बंटवारे पर गंभीर सवाल उठाए हैं। रावत ने शुक्रवार को कहा कि एक बंटवारा बड़ी धूमधाम से चुनाव से पहले किया गया था। उस वक्त भी खूब ढोल पीटा गया था। तब भी कांग्रेस ने कहा था कि इस बंटवारे में उत्तराखंड के हितों के साथ खिलवाड़ हुआ है।
आज भी वहीं सब बातें दोहराई जा रही हैं। रावत ने कहा कि जिन जलाशयों पर उत्तराखंड स्वामित्व मांग रहा, उन पर वाटर स्पोर्टस की अनुमति मांगी जा रही है। यह किसी आंखों में धूल झोंकी जा रही है? उत्तराखंड टिहरी बांध पर अपना हिस्सा चाहता है और उसके बारे में कहा जा रहा है कि कोर्ट से केस वापस लिए जाएंगे।
हर उपयेागी जमीन का समझौते में कहीं उल्लेख नहीं होगा। यह जरूर कि यूपी को भागीरथी जरूर मिल जाएगी। भागीरथी जैसा अतिथि आवास बनाने की अनुमति जरूर मिल जाएगी। मगर उत्तराखंड को इस समझौते से कुछ भी हासिल होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। रावत ने सीएम से मांग की कि बंटवारे के ब्योरे को विधानमंडल पटल पर रखें।