चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों को पंजीकरण कराना जरूरी है। पर्यटन विभाग ने इसके लिए आनलाइन, एप अथवा मैनुअल व्यवस्था की है। अगले माह तीन मई को गंगोत्री व यमनोत्री के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। पर्यटन विभाग ने पहली बार तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया है।सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि वेबपोर्टल https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ और गूगल प्लेट स्टोर या आईओएस एप स्टोर से टूरिस्ट केयर उत्तराखंड मोबाइल एप डाउनलोड कर पंजीकरण करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा रूट के राही होटल हरिद्वार, गुरुद्वारा और आईएसबीटी ऋषिकेश, बड़कोट, जानकीचट्टी, हीना, उत्तरकाशी, सोनप्रयाग, जोशीमठ, गौरीकुंड, गोविंदघाट पाखी आदि 28 स्थानों पर पंजीकरण के लिए मैनुअल व्यवस्था भी की गई।
पंजीकरण के सत्यापन के लिए हेमकुंड साहिब समेत चारधामों में स्टाफ तैनात किया है। चारधामों में संख्या के आंकलन को यह कदम उठाए हैं, ताकि किसी भी धाम में एक साथ अचानक बड़ी संख्या में तीर्थयात्री न पहुंच पाए। जावलकर के अनुसार यात्रा रूट के 30 से ज्यादा स्थानों पर कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। इससे तीर्थयात्रियों के मूवमेंट का भी पता चल सकेगा। केदारनाथ में भी पैदल मार्ग को लगभग दुरस्त कर दिया है। कुछ स्थानों पर बिजली के नए खंभे लगाए जाने बाकी हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएंगी।
टोल फ्री नंबर से भी ले सकेंगे जानकारी
तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर 1364 जारी किया है। तीर्थयात्री धामों में बुकिंग की स्थिति से लेकर अन्य अपनी शिकायतों का समाधान इस नंबर पर बातचीत कर करा सकते हैं। एक साथ दस व्यक्ति इस नंबर को डायल कर बातचीत कर सकते हैं।