देहरादून। डॉ निधिा उनियाल के प्रकरण की सोमवार से जांच शुरू होगी। उधर तबादला निरस्त होने के बाद भी डॉक्टर उनियाल ने कॉलेज में ज्वाइन नहीं किया है। इसके अलावा कॉलेज में अफसरों एवं डॉक्टरों से भी उनका संपर्क नहीं हो पाया है।
31 मार्च को दून अस्पताल की वरिष्ठ फिजीशियन एसोसिएट प्रोफेसर डॉ निधि उनियाल दो महिला कर्मचारियों के साथ स्वास्थ्य सचिव पंकज पांडे की पत्नी को देखने के लिए उनके घर पर गई थी। आरोप है कि वहां पर उन्होंने अभद्रता कर दी जिसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने उनका तबादला अल्मोड़ा कर दिया। तमाम आरोप लगा डॉ निधि ने अपना इस्तीफा दे दिया था। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मामले में मुख्य सचिव को जांच के निर्देश दिए। जांच प्रमुख सचिव मनीषा पंवार कर रही हैं।
अस्पताल के सिस्टम से ज्यादा नाराजगी
बताया गया है कि प्राचार्य और डॉक्टर भी लगातार डॉ उनियाल से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसीलिए उनके ज्वाइन करने या ना करने के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। बताया गया है कि डॉ उनियाल अस्पताल के अफसरों द्वारा अफसरों के घर पर डॉक्टर- कर्मचारियों को भेजने से काफी नाराज हैं। अन्य डॉक्टर भी इसे लेकर नाराज हैं। अफसरों से भी न बिगड़े इसलिए कुछ डॉक्टर खुलकर नहीं बोल रहे हैं। प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि तबादला निरस्त हो गया है। उच्च स्तर पर जांच चल रही है। सोमवार से जांच शुरू होने की जानकारी है।
मीडिया से किनारा
डॉक्टर निधि उनियाल ने मीडिया से किनारा किया हुआ है। दो दिन तक मीडिया में सुर्खियों में रही डॉ उनियाल अब इससे दूर रहना चाहती हैं। वह मीडिया के फोन और मैसेज का भी अब जवाब नहीं दे रही हैं। कहा कि मामले में उच्च स्तरीय जांच चल रही है, इसलिए वह कोई बयान नहीं देना चाहती हैं।