आल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन (एआइबीईए) और आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन (एआइबीओए) के आह्वान पर 28 व 29 मार्च को बैंको की राष्ट्रव्यापी हड़ताल है।
राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) को छोड़कर अधिकांश बैंकों के कार्मिक शामिल हैं। इस कारण दो दिन तक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक आफ बड़ौदा (बीओबी) समेत अन्य बैंकों में कामकाज प्रभावित रहेगा।
रुड़की में पोस्ट ऑफिस, यूनियन बैंक समेत कई शाखाओं में कामकाज ठप
रुड़की के मुख्य डाकघर के कर्मचारी नारेबाजी करते हुए आफिस के बाहर धरना देकर बैठ गए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार बैंक, पोस्ट आफिस आदि सेवाओं को समाप्त करना चाहती है। लगातार कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
उन्होंने डाकघरों में पांच दिन कार्य का सप्ताह लागू करने, एनपीएस को बंद कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने, जीडीएस कर्मचारियों के लिए गठित कमलेश चंद्र कमेटी की बाकि सिफारिशों को लागू करने की मांग की। साथ ही फिनेकल एवं सैप सर्वर की क्षमता बढ़ाने, डाक कार्यालयों के विक्रेंदीकरण पर रोक लगाने समेत विभिन्न मांग उठाई।
पोस्ट आफिस बंद होने के चलते तमाम ग्राहकों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। इस मौके पर सतीश शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, घनश्याम, अनिल कुमार, पवन कुमार, संजीव कुमार, अरुण कुमार बिष्ट, रमेशपाल आदि मौजूद रहे। वहीं यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक समेत तमाम बैंकों में भी कामकाज बंद रहा। जिसकी वजह से ग्राहक वापस लौट गए। हालांकि भारतीय स्टेट बैंक से जुड़ी यूनियनों ने खुद को हड़ताल से अलग रखा है।