राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विश्व टीबी दिवस पर स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में जनजागरूकता के लिए रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला अस्पताल के जिला क्षय रोग विभाग में गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गुरुवार को विश्व टीबी दिवस के अवसर पर आयोजित गोष्ठी में जिला क्षय रोग अधिकारी डा. रमेश कुवंर ने बताया कि जिले के लिए गौरव का क्षण है कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले से कोटद्वार निवासी काजल बिष्ट का चयन राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी चैंपियन के रूप में किया गया। सीएमओ डा. प्रवीण कुमार ने गोष्ठी में कहा कि किसी भी कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन बिना जनसहभागिता के संभव नहीं है। कहा कि देश को टीबी मुक्त करने हेतु जनसहयोग, जन जागरूकता अति आवश्यक है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. रमेश कुवंर ने क्षय रोग के लक्षण व उपचार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि टीबी एक संक्रामक रोग है, जो अधिकतर फेफड़ों को प्रभावित करता है। कहा कि टीबी के लक्षणों को लेकर यदि दो सप्ताह से अधिक खांसी, लम्बे समय से भूख न लगना, छाती में दर्द, निरन्तर बुखार ,शरीर का वजन घटना, बलगम में खून आने की शिकायत हो तो यह टीबी के लक्षण हो सकते हैं। जिसके लिए सम्बन्धित व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी जांच निशुल्क करा सकता है। कहा कि टीबी का पूरा उपचार डा्टस पद्धति से संभव है। कहा कि वर्तमान में जिले में टीबी के कुल 1127 एक्टिव केस हैं जिनका डाट्स के माध्यम से उपचार चल रहा है। इस दौरान भाषण व चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें नेहरू युवा केन्द्र के पारस प्रथम, एएनएमटीसी की छात्रा योगिता द्वितीय व कुलानन्द मुडेपी आई इंस्टीट्यूट के छात्र अपूर्व व कस्तूरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस मौके पर अव्वल प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.कमलेश भारती, दामोदर ममगांई, ममता पटवाल, एएनएमटीसी, नेहरू युवा केंद्र, कुलानन्द मुडेपी आई इंस्टीट्यूट के छात्रों ने हिस्सा लिया।