गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ धाम में रविवार को करीब आधा घंटा बर्फबारी हुई। बर्फबारी के बीच ही श्रद्धालु मां गंगा के दर्शनों के लिए लाइन में घंटों खड़े रहे। माइनस जीरो डिग्री के बीच भी गंगोत्री में श्रद्धालु गंगा स्नान कर रहे थे। जनपद मुख्यालय में भी कुछ देर की बारिश से मौसम ठंडा हो गया। दोपहर बाद मुख्यालय में भी चटख धूप खिलने से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।
वहीं, यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को हाईवे से लेकर पैदल मार्ग पर जाम की स्थिति से जूझना पड़ रहा है। घंटों जाम लगने से यात्रियों का शेड्यूल भी गड़बड़ा रहा है। यमुनोत्री हाईवे पर डामटा, नौगांव, सरुखेत, खरादी, राना चट्टी, फूलचट्टी, किसनाचटटी, आदि पड़ावों पर पार्किंग की सुविधा नहीं है।
इससे हाईवे पर ही जगह-जगह वाहनों की पार्किंग के कारण जाम लग रहा है। बड़कोट, जानकीचट्टी में अपर्याप्त पार्किंग से जाम की स्थिति बनी रहती है। यही नहीं यात्रियों को जाम की समस्या से पैदल मार्ग पर भी जूझना पड़ रहा है। भैरव मंदिर से आगे यमुनोत्री धाम तक जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रहती है। मार्ग संकरा होने के कारण घोड़े-खच्चर सहित डंडी-कंडी और यात्री एक साथ चलते हैं।
उधर, केदारनाथ में अपराह्न 3:30 बजे से 4:30 बजे हल्की बर्फबारी हुई। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भैरव गदेरा व कुबेर गदेरा हिमखंड जोन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान यात्रियों को हाथ पकड़कर रास्ता पार कर रहे हैं।
रविवार को गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए घोड़ा-खच्चरों का संचालन फिर से शुरू कर दिया गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अवर अभियंता सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि भैरव गदेरा में क्षतिग्रस्त रेलिंग की मरम्मत कर दी गई है। साथ ही कुबेर गदेरा में भी घोड़ा-खच्चरों का संचालन शुरू कर दिया गया है। पूरे पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर उचित इंतजाम किए गए हैं।
वहीं, बारिश और बर्फबारी के बाद रविवार को बदरीनाथ धाम का मौसम दिनभर खुशनुमा बना रहा। सुबह से ही धूप खिलने से तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को ठंड से राहत मिली। बदरीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के पहुंचने का सिलसिला शाम तक जारी रहा।