
टीम इंडिया के क्रिकेटर ऋषभ पंत एक कार दुर्घटना में घायल हो गए हैं। शुक्रवार तड़के रुड़की के पास एक ब्लैक स्पॉट में यह हादसा हुआ था। दुर्घटना के समय ऋषभ मर्सिडीज कार में अकेले थे और उसे खुद ही ड्राइव कर रहे थे। इलाज के लिए उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नारसन बॉर्डर पर हुआ हादसा
रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल के पास एक मोड़ पर उनकी कार का एक्सीडेंट हुआ है। यह स्थान एक ब्लैक स्पॉट है और यहां दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है। हादसे के बाद ऋषभ समय रहते कार का शीशा तोड़कर खुद बाहर निकल गए और देखते ही देखते कार में आग लग गई।
ऐसा अंदेशा है कि झपकी की वजह से यह दुर्घटना हुई होगी। देहरादून के मैक्स अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर आशीष याग्निक ने बताया, ऋषभ पंत के शरीर पर बाहर से उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं दिखाई पड़ रही है। हालांकि, ऋषभ ने कमर, सिर और पैर में चोट के बारे में बताया है।
डाक्टर याग्निक के अनुसार, उनकी कुछ महत्वपूर्ण जांच कराई जा रही हैं। हड्डी रोग विशेषज्ञ, प्लास्टिक सर्जन, फिजिशियन समेत तमाम डाक्टरों की टीम उनके उपचार में लगी है। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है, जांच रिपोर्ट आने के बाद मेडिकल बुलेटिन भी जारी किया जाएगा।
कब-क्या हुआ? Rishabh Pant Journey Timeline
- सुबह 5:30 बजे: नारसन पुलिस चौकी के समीप ऋषभ पंत की कार हादसे की शिकार हुई।
- हादसे की सूचना के बाद सुबह 5:35 पर नारसन पुलिस चौकी से पुलिस मौके पर पहुंची।
- सुबह 5:45: पर 108 एंबुलेंस ने घायल ऋषभ पंत को घटनास्थल से उठाया।
- सुबह 5:50: पर पुलिस को घायल के ऋषभ पंत के होने की जानकारी मिली।
- घायल ऋषभ पंत को 108 एंबुलेंस से सुबह 6:00 बजे रुड़की के सक्षम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
- सुबह 6:15: पर फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर कार में लगी आग पर काबू पाया।
- सुबह 6:20: पर चिकित्सकों ने ऋषभ पंत का एक्स-रे कराया गया।
- सुबह 6:30: बजे हादसे की सूचना पर एसपी देहात अस्पताल में पहुंचे।
- सुबह 6:30: बजे ऋषभ पंत को प्राथमिक उपचार शुरू हुआ।
- सुबह 6:32: ऋषभ पंत की मां सरोज पंत अस्पताल में पहुंचीं।
- सुबह 8:20: ऋषभ पंत को रुड़की से देहरादून के मैक्स अस्पताल रेफर किया गया।
- सुबह 10:00: एंबुलेंस ऋषभ पंत को लेकर देहरादून के मैक्स अस्पताल पहुंची। यहां विशेषज्ञ उनका उपचार कर रहे हैं।
ऋषभ पंत के स्वजन भी अस्पताल में पहुंचे हैं। मीडिया एवं अन्य व्यक्तियों को अंदर जाने की इजाजत नहीं है।