नौकर के बयानों में विरोधाभास से अटकी विनोद आर्य की गिरफ्तारी, लगा है कुकर्म के प्रयास का आरोप

Manthan India
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मालिश के बहाने कुकर्म करने की कोशिश के आरोपी पूर्व मंत्री डॉ. विनोद आर्य की गिरफ्तारी पीड़ित के कोर्ट में दिए बयान के बाद अटक गई है। दरअसल कोर्ट में दिया गया गया एफआईआर में दर्ज कराए गए आरोपों से मेल नहीं खाता।  पुलिस अब कोर्ट से मिली धारा 164 के तहत नौकर के बयानों की प्रमाणित कॉपी का परीक्षण कर रही है, , ताकि हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस की किसी तरह की फजीहत न हो। ठोस सुबूतों और बयान के आधार पर ही डॉ. विनोद आर्य की गिरफ्तारी हो सकती है।

दो दिन पहले अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित के पिता भाजपा के पूर्व मंत्री डॉ. विनोद आर्य पर उसके नौकर ने कुकर्म की कोशिश करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने उसकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पूर्व मंत्री को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। बुधवार को पूर्व मंत्री 19 घंटे तक हिरासत में रहे और पुलिस ने उनसे 04 घंटे तक गहन पूछताछ की।

नौकर ने बुधवार को कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराए। बयान दर्ज कराने के दौरान नौकर ने सिर दर्द होने की बात कहते हुए कुछ समय मांगा और कोर्ट से बाहर आ गया। कुछ घंटे बाद दोबारा पुलिस ने उसे जज के सामने पेश किया। उसकी हरकत को देख पुलिस भी दंग रह गई। बताया जा रहा है कि कोर्ट में नौकर के दिए बयानों और आरोपों में विरोधाभास है।ये लगाए थे आरोप

नौकर ने आरोप लगाया था कि उसने नवंबर में 10 हजार रुपये प्रति माह वेतन पर बतौर नौकर विनोद आर्य के यहां नौकरी की शुरुआत की। उसे यहीं कमरा दिया गया। हर रोज विनोद मालिश कराने के लिए अपने कमरे में बुलाकर अश्लील हरकतें करने लगा। कुछ दिन पहले उसे रात को कमरे में बुलाकर कुकर्म करने की कोशिश की। इसके बाद घर वापस चला गया। बाजार जाते समय उसकी बाइक को टक्कर मरवाते हुए घायल कर दिया गया। इतना ही नहीं उसने अपनी जान का भी खतरा जताया था।नौकर के खिलाफ पौड़ी में दी है तहरीर
विनोद आर्य ने कुकर्म की कोशिश करने का आरोप लगाने वाले नौकर के खिलाफ पौड़ी कोतवाली में भी तहरीर दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि वह पौड़ी कारागार तक नौकर के साथ कार से गया था। लेकिन नौकर उसे वहीं छोड़कर वापस आ गया और मोबाइल फोन, 25 हजार रुपये लेकर फरार हो गया। पुलिस की पूछताछ में नौकर ने वापस आने की बात तो कबूली, लेकिन पैसे और मोबाइल लेकर भागने के आरोप को निराधार बताया।

कोर्ट में हुए 164 के बयानों की कॉपी मिल गई है। जिसे विवेचना में शामिल किया गया है। प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए नौकर की ओर से विवेचक और कोर्ट में दिए बयानों का परीक्षण कराया जा रहा है। अन्य साक्ष्य को सम्मिलित करते हुए विधि सम्मत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

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