जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर (GB Pant University Pantnagar) के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के डीन प्रो. नरेंद्र सिंह जादौन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बुधवार को विजिलेंस ने जादौन के घर पर जाकर तलाशी ली। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज विजिलेंस ले आई है। दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन कर अग्रिम कार्रवाई होगी।
प्रो. जादौन की देखरेख में हुई थी दारोगा भर्ती परीक्षा
वर्ष 2015 बैच की दारोगा भर्ती प्रो. जादौन की देखरेख में हुई थी। इस परीक्षा के लिए जादौन अपने ही विश्वविद्यालय के पूर्व सहायक संस्थापना अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी के कहने पर भ्रष्टाचार में शामिल हो गए। नकल माफिया हाकम सिंह, चंदन सिंह मनराल, केंद्र पाल व सादिक मूसा समेत 12 लोगों के साथ मिलकर दारोगाओं को पास करवाने के लिए नौ लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक डकार लिए थे।
एक घंटे तक विजिलेंस ने ली तलाशी
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामले की विवेचना कर रही विजिलेंस बुधवार को पंतनगर विवि स्थित प्रो. जादौन के आवास पर पहुंची। जहां करीब एक घंटे तक तलाशी ली गई। विजिलेंस सूत्रों के अनुसार घर पर विश्वविद्यालय से जुड़े कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। सवाल यह भी उठने लगा है कि विश्वविद्यालय के दस्तावेज घर पर क्यों रखे गए थे? सूत्रों के अनुसार महत्वपूर्ण दस्तावेज पहले से मौजूद हैं। जो दस्तावेज अब मिले हैं, वह भी आरोपितों तक पहुंचने में मददगार साबित हो सकते हैं।
बैंक डिटेल भी खंगालेगी विजिलेंस
प्रो. नरेंद्र सिंह जादौन और दिनेश चंद्र जोशी का बैंक डिटेल भी खंगाली जाएगी। घोटाले के दौरान बैंक खातों में धनराशि पहुंची तो वह सामने आ जाएगा। बैंक पासबुक हाथ नहीं लगने पर विजिलेंस बैंकों की मदद लेगी। इसके अलावा दोनों अधिकारियों के स्वजन से पूछताछ होगी। सूत्रों के अनुसार बुधवार को बैंक पासबुक भी कब्जे में ले ली गई है।
पांच और कर्मचारी राडार पर
दारोगा घोटाले की जांच जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति तक भी पहुंच सकती है। सूत्रों के अनुसार पांच और कर्मचारी विजिलेंस की राडार पर हैं। इनसे किसी भी समय पूछताछ की जा सकती है। जरूरत पड़ने पर तत्कालीन कुलपति को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।जादौन के घर में पहुंचकर तलाशी ली गई है। कुछ दस्तावेजों को कब्जे में लिया गया है। जिनका भौतिक सत्यापन किया जा रहा है।