कोरोना की दहशत में बीते दो साल होली पर्व का कुछ फीका रहा। इस बार स्थितियां सामान्य हैं और लोगों में त्योहार को लेकर पूरा उत्साह दिख रहा है। लेकिन रंगों के पर्व पर महंगाई की मार देखने को मिल रही है। होली पर्व के प्रमुख पकवान गुजिया को बनाने में प्रयोग होने वाली तमाम चीजें पिछले साल की तुलना में महंगी हो गई हैं।
वहीं अबीर, गुलाल और पिचकारियों की कीमतों में भी इजाफा हुआ है। व्यापारियों के अनुसार गुजिया में प्रयोग होने वाले मैदा, सूजी, चिरौंजी, काजू और किशमिश के कीमतों में बीते 10 दिनों में 20 फीसदी तक इजाफा हुआ है। वहीं रिफाइंड ऑयल और सूरजमुखी तेल की कीमतें बढ़ने से व्यापारियों का मुनाफा कम हो गया है। होली रंगों का त्योहार है और बगैर रंग त्योहार का कोई आनंद नहीं है।
लेकिन महंगाई का वार रंगों पर भी जोरदार हुआ है। अबीर और गुलाल में 10 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम तक का इजाफा हुआ है।
इतना ही नहीं बच्चों की पसंद पिचकारी भी 20 से 30 रुपये तक महंगी हुई है। कारोबारियों के मुताबिक रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से वैश्विक स्तर अस्थिरता का असर बाजार पर दिखाई दे रहा है। इसी वजह से कई चीजों के दाम में इजाफा हो रहा है।