एसआइटी ने शुरू की नौ केसों में चार्जशीट लगाने की तैयारी

Manthan India
0 0
Read Time:3 Minute, 12 Second

 दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले में नामजद जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के विरुद्ध शासन से अभियोजन अनुमति मिलने के बाद एसआइटी चार्जशीट की तैयारी में जुट गई है।

इसके लिए एसपी सिटी ने एसआइटी को आवश्यक निर्देश भी दिए हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही 12 केसों में भी अभियोजन चलाने की अनुमति शासन से एसआइटी को मिल जाएगी।

एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों को मिलने वाली दशमोत्तर छात्रवृत्ति में वर्ष, 2011-12 में मिली अनियमितता के बाद एसआइटी जांच शुरू कर दी थी। पहले चरण में बाहरी राज्यों के 303 शैक्षिक संस्थान और उनमें अध्ययनरत छात्रों की जांच की गई।

इस दौरान मिले साक्ष्य के बाद एसआइटी ने जिले के जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, किच्छा, सितारगंज, नानकमत्ता और खटीमा में 60 केस दर्ज किए थे। साथ ही 24 से अधिक बिचौलिए, शिक्षक और जिला समाज कल्याण के अधिकारी और कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।इस दौरान भ्रष्टाचार अधिनियम में सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ विवेचना और चार्जशीट के लिए शासन से अभियोजन चलाने की अनुमति ली गई थी। जिस पर पटल सहायक शिवमूर्ति, समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर, सहायक समाज कल्याण अधिकारी हरीश नाथ गोस्वामी, समाज कल्याण अधिकारी हरीश चंद्र राणा, पटल सहायक राजेन्द्र कुमार, सहायक समाज कल्याण अधिकारी जगमोहन सिंह पपोला, करम सिंह राणा समेत 9 लोगों के विरुद्ध अभियोजन चलाने की अनुमति शासन से मिल गई है।

एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि 9 अधिकारी और कर्मचारियों पर अभियोजन चलाने की अनुमति मिल गई है। चार्जशीट की तैयारी की जा रही है, जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।

12 केसों पर अभियोजन अनुमति का इंतजार

एसआइटी ने जिले में 60 मुकदमे कायम कराए थे। जिसमें से 39 में एसआइटी पूर्व में ही न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। 21 केसों पर चार्जशीट दाखिल करने से पहले शासन से अभियोजन चलाने की अनुमति मांगी गई थी। जिस पर 9 केसों में अभियोजन चलाने की अनुमति मिल गई है। अब एसआइटी को शासन स्तर से 12 केसों पर अभियोजन चलाने के लिए अनुमति का इंतजार है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

मिलनसार थी अंकिता, पिता की मदद को किया एचएम... पहली सैलरी मिलने से पहले मिली मौत

अंकिता भंडारी उत्‍तराखंड के पहाड़ी जिले पौड़ी के श्रीकोट गांव में रहती थी। यह गांव जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी की दूरी पर स्थित है और मुख्य मार्ग से गांव के लिए कच्ची सड़क जाती है। अंकिता के गांव में बस 12 परिवार रहते हैं। मृतका अंकिता भंडारी के […]

You May Like

Subscribe US Now