नवरात्रि को देखते हुए तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार 26 सितंबर से मां के नौ दिनों की आराधना का पर्व शुरू हो रहा है। इसे देखते हुए हर जगह मंदिरों में श्रद्धालुओं के अनुरूप व्यवस्थाएं बनाई जानी शुरू हो गई हैं। उत्तराखंड के प्रसिद्ध देवी मंदिरों में एक और मां दुर्गा के शक्तिपीठों में एक पूर्णागिरी धाम में भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर प्रबंधन के अलावा जिला प्रशासन भी इसमें जुटा है।
एसडीएम ने ली बैठक
इसे लेकर तहसील सभागार में गुरुवार को उप जिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया की अध्यक्षता में शारदीय नवरात्रि को लेकर पूर्णागिरि मेले की तैयारियों पर चर्चा की गई। एसडीएम ने नवरात्रि में पूर्णागिरि में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी व्यवस्थाएं पुख्ता करने के निर्देश दिए।
नहीं होगी बिजली-पानी की दिक्कत
इस दौरान विभागीय अधिकारियों के अलावा मंदिर समिति व टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव दिए। एसडीएम ने जल संस्थान को 24 सितंबर तक पेयजल समस्या दूर करने, बिजली विभाग को रात्रि के समय लाइट कटौती न करने व लोनिवि को सड़क में पड़े गड््ढों की मरम्मत करने के निर्देश दिए।
24 घंटे खुला रहेगा मंदिर
उन्होंने बताया कि नवरात्रि के दौरान मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। ठूलीगाड़ में भंडारे का आयोजन करने की अनुमति दी जाएगी। इस दौरान सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस की भी तैनाती होगी। एसडीएम ने ओवर लोडिंग पर पूरी तरह अंकुश लगाने के निर्देश दिए।
भैरव मंदिर के बीच चलेंगी टैक्सियां
एसडीएम ने बताया कि भीड़ को देखते हुए भैरव मंदिर के बीच टैक्सियों का संचालन किया जाएगा। मंदिर समिति के अध्यक्ष किशन तिवारी ने नवरात्र के दौरान धाम में स्वास्थ्य विभाग का शिविर लगाने की मांग की। इस दौरान अवसर पर तहसीलदार पिंकी आर्या, एसीओ अविनाश वर्मा, सीएमएस डा. घनश्याम तिवारी, लोनिवि की तनुजा देव, जल संस्था के बहादुर सिंह कुआर्बी आदि अधिकारी मौजूद रहे।