विधानसभा सचिवालय में हुई भर्तियों की जांच के लिए गठित विशेषज्ञ समिति पूरी पारदर्शिता के साथ अपना काम कर रही है। चाहे शनिवार हो या रविवार, देर रात तक समिति के सदस्य जांच में जुटे हैं। जांच में विधानसभा सचिवालय पूर्ण सहयोग दे रहा है।
जल्द ही पारदर्शी रिपोर्ट सामने आएगी
समिति को जो भी अभिलेख चाहिए, वह उसे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जल्द ही पारदर्शी रिपोर्ट सामने आएगी, जो विधानसभा और उत्तराखंड के लिए निर्णायक होगी।
विधानसभा सचिवालय में नियुक्तियों में गड़बड़ी का मामला
चौथी विधानसभा के कार्यकाल में पिछले वर्ष विधानसभा सचिवालय में हुई 72 तदर्थ नियुक्तियों में गड़बड़ी का मामला हाल में तूल पकड़ा था। विपक्ष ने भी इस मामले में सरकार को घेरने का प्रयास किया।
सीएम ने किया था जांच कराने का आग्रह
इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा अध्यक्ष से विधानसभा में हुई भर्तियों की जांच कराने और गड़बड़ी पाए जाने पर भर्तियों को निरस्त करने का आग्रह किया।
डीके कोटिया की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति गठित
वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने राज्य गठन से लेकर पिछले वर्ष तक विधानसभा में हुई भर्तियों की जांच के लिए सेवानिवृत्त आइएएस डीके कोटिया की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति गठित की।
समति में शामिल हैं दो सदस्य
समति में शामिल दोनों सदस्य सुरेंद्र सिंह रावत व अवनेंद्र सिंह नयाल भी सेवानिवृत्त आइएएस हैं। तीनों ही पूर्व में शासन में कार्मिक सचिव रह चुके हैं।
समति गहन जांच पड़ताल में जुटी
कार्मिकों की नियुक्ति से संबंधित जांच दो चरणों में होनी है। प्रथम चरण में वर्ष 2012 से 2021 और इसके बाद राज्य गठन से लेकर 2011 तक की नियुक्तियों की जांच की जानी है। समिति को एक माह के भीतर रिपोर्ट सौंपनी है। इसे देखते हुए वह इन दिनों गहन जांच पड़ताल में जुटी हुई है।