महावीर सिंह चौहान। स्मार्ट सिटी का काम अटकाने वाली कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। शासनस्तर पर हुई बैठक में देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड को निर्देश दिए गए हैं कि जिन कंपनियों ने काम बंद कर रखा है, उनके साथ करार समाप्त कर किसी सक्षम कंपनी को काम सौंपा जाए, ताकि अधूरे पड़े काम जल्द पूर किए जा सकें।
21 में सिर्फ छह प्रोजेक्ट ही हो सके पूरे
स्मार्ट सिटी योजना के तहत दून में 21 प्रोजेक्ट पर काम पूरा होना है, लेकिन इनमें से छह प्रोजेक्ट पर ही मुश्किल से काम पूरा हो सका है। बाकी प्रोजेक्ट पर काम धीमी गति से चल रहा है। ग्रीन बिल्डिंग, चाइल्ड फ्रेंडली सिटी, पलटन बाजार जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम ही शुरू नहीं हो सके, जबकि स्मार्ट रोड, मल्टीयूटिलिटी डक्ट बिछाने, परेड ग्राउंड सौंदर्यीकरण, ड्रैनेज और स्मार्ट टॉयलेट से जुड़ा काम बहुत धीमी रफ्तार से चल रहा है।
कहां कितना हुआ काम
प्रमुख प्रोजेक्ट कितना हुआ काम
स्मार्ट रोड 30 प्रतिशत
पलटन बाजार सौंदर्यकरण 50 प्रतिशत
परेड ग्राउंड सौंदर्यीकरण 38 प्रतिशत
ड्रेनेज, सीवर लाइ कार्य 30 प्रतिशत
मॉडर्न दून लाइब्रेरी 75 प्रतिशत
स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट 80 प्रतिशत
(नोट- आंकड़े स्मार्ट सिटी लिमिटेड से आरटीआई में प्राप्त)
कार्यदायी संस्थाओं को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। टाइमलाइन तय की जा रही है। लगातार निगरानी भी की जाएगी। जिन योजनाओं पर काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। उनका काम जल्द शुरू करवाया जाएगा। जो कंपनियां डेडलाइन के अनुसार काम नहीं करेंगी उनसे काम लेकर दूसरी सक्षम कंपनी को सौंपा जाएगा।- सोनिका, सीईओ देहरादून स्मार्ट सिटी