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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की परीक्षा में हुई धांधली और विधानसभा में हुई भर्तियों के विरोध में युवाओं ने मोर्चा खोल दिया है। युवाओं ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की।
युवाओं ने कहा कि यूकेएसएसएससी पेपर लीक प्रकरण से लाखों बेरोजगार विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है। विद्यार्थी वर्षों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं लेकिन पेपर लीक प्रकरण के कारण उन्हें रोजगार से ही वंचित होना पड़ता है। ज्योति भट्ट ने कहा कि उपरोक्त परीक्षा और विधानसभा में हुई नियुक्तियों के कारण युवाओं में भारी निराशा है। मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए।
वर्तमान में रद्द परीक्षाएं जल्द संपन्न कराई जानी चाहिए। पेपर लीक प्रकरण के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उत्तराखंड में आयोजित होने वाली सभी परीक्षाओं के लिए वार्षिक कलेंडर जारी किया जाए जिसमें परीक्षा की विज्ञप्ति निकलने से लेकर नियुक्ति तक सभी तिथियों को स्पष्ट किया जाए।
पेपर लीक प्रकरण से युवा हताश, सता रही है भविष्य की चिंता
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक कांड से परीक्षाओं की तैयारी में जुटे युवा हताश और निराश हैं। युवाओं ने बताया कि आयोग की आगामी परीक्षाओं के लिए वह तैयारी में जुटे थे लेकिन पेपर लीक प्रकरण सामने आने से उनकी सारी मेहनत बर्बाद हो गई है। युवाओं में निराशा है। युवाओं ने कहा कि उन्होंने साल भर परीक्षाओं की तैयारी की थी लेकिन हालिया पेपर लीक प्रकरण से युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक प्रकरण के सभी आरोपियों को जल्द पकड़ा जाना चाहिए। एक भी आरोपी को बख्शा नहीं जाना चाहिए। भविष्य में ऐेसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। युवाओं को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाओं का बेसब्री से इंतजार रहता है। यदि आयोग की ओर से कराई जा रही परीक्षाओं में ही धांधली होगी तो फिर मेहनत करने वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यूकेएसएसएससी का पेपर लीक हुआ है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पेपर लीक प्रकरण में और भी कई बड़े लोगों का हाथ है। पेपर लीक प्रकरण में किसी भी दोषी को छोड़ना नहीं चाहिए।
क्या कहते हैं युवा
आयोग द्वारा की जाने वाली परीक्षा में पेपर कड़े सुरक्षा में रखे जाने चाहिए। पेपर लीक होने पर लाखों बेरोजगारों का भविष्य अधर में लटक जाता है। युवाओं में भारी निराशा है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
-बलवंत मनराल, अल्मोड़ापेपर लीक प्रकरण से युवाओं का उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से विश्वास उठने लगा है। आयोग की परीक्षा प्रणाली को मजबूत बनाया जाना चाहिए। पेपर लीक प्रकरण में सभी आरोपियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
-गोविंद भंडारी, अल्मोड़ा
-बलवंत मनराल, अल्मोड़ापेपर लीक प्रकरण से युवाओं का उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से विश्वास उठने लगा है। आयोग की परीक्षा प्रणाली को मजबूत बनाया जाना चाहिए। पेपर लीक प्रकरण में सभी आरोपियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
-गोविंद भंडारी, अल्मोड़ा
युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आयोग को भविष्य में पेपर लीक प्रकरण जैसे मामलों को रोकने के लिए ठोस योजना बनानी चाहिए। किसी भी दोषी को बचाना नहीं चाहिए तभी बेरोजगारों को न्याय मिलेगा। -निशा बिष्ट, अल्मोड़ा
जिस तरह आयोग का पेपर लीक हुआ उससे लगता है कि उत्तराखंड में भी बड़े स्तर पर पेपर लीक कराने वाला गिरोह सक्रिय होने लगा है। ऐसे गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। -दीपिका भोज, अल्मोड़ा
विधानसभा भर्ती घोटाले के विरोध में आप ने दिया धरना, नारेबाजी की
उत्तराखंड विधानसभा में हुए भर्ती घोटाले के विरोध में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में धरना दिया। उन्होंने नारेबाजी कर विरोध जताया। उन्होंने सरकार से मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा में रेवड़ियों की तरह नौकरियां बांटी गईं। अपने चहेतों, रिश्तेदारों को बड़े पदों पर नियुक्ति दी गई। लोगों ने जिस उत्तराखंड का सपना देखा था वह पूरा नहीं हो पा रहा है। प्रदेश में जो भी पार्टी सत्ता में आई उसने रेवड़ियों की तरह नौकरी बांट कर अपनों का भला किया। विधानसभा में नौकरियों की बंदरबांट करना प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है।
कांग्रेेस ने फूंका प्रदेश सरकार का पुतला
बागेश्वर में प्रदेश में यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाला सामने आने के बाद अब कई अन्य भर्ती परीक्षाओं पर भी सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसबीआई तिराहे पर पुतला फूंका। सरकार से घोटाले की निष्पक्ष जांच करवाने और महंगाई पर अंकुश लगाने की मांग की। पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण के नेतृत्व मे कांग्रेसी एसबीआई तिराहे पर एकत्र हुए। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में सरकार की नाक के नीचे भर्ती पेपर लीक हो गया। अब वन विभाग, पुलिस, सहकारिता, शिक्षा विभाग और विधानसभा में हुई भर्तियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। कहा कि कांग्रेस प्रदेश के बेरोजगारों के साथ हो रहे अन्याय को किसी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।
बागेश्वर में प्रदेश में यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाला सामने आने के बाद अब कई अन्य भर्ती परीक्षाओं पर भी सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसबीआई तिराहे पर पुतला फूंका। सरकार से घोटाले की निष्पक्ष जांच करवाने और महंगाई पर अंकुश लगाने की मांग की। पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण के नेतृत्व मे कांग्रेसी एसबीआई तिराहे पर एकत्र हुए। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में सरकार की नाक के नीचे भर्ती पेपर लीक हो गया। अब वन विभाग, पुलिस, सहकारिता, शिक्षा विभाग और विधानसभा में हुई भर्तियों पर भी सवाल उठ रहे हैं। कहा कि कांग्रेस प्रदेश के बेरोजगारों के साथ हो रहे अन्याय को किसी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।