उत्तराखंड के जिन पेंशनरों को जुलाई में जीवित प्रमाण पत्र देना था, उनकी जून की पेंशन अटक गई है। यह समस्या पेंशन साफ्टवेयर में हुए नए बदलाव के चलते आई। पेंशन अटकने पर साफ्टवेयर में सुधार किया जा रहा है। इस वजह से देहरादून ट्रेजरी से जुड़े दो हजार से अधिक लोगों के खाते में पेंशन नहीं पहुंच पाई।
पेंशनरों को पेंशन पाने के साल में एक बार जीवित होने का प्रमाण देना होता है। इसके लिए 12 महीने की प्रक्रिया तय है। 12 महीने पूरे होने पर जीवित होने का प्रमाण पत्र नहीं दिया जाता तो पेंशन रुकती है। जिन पेंशनरों को जुलाई में जीवित होने का सत्यापन कराना है उनकी जून की पेंशन जारी हो जाती है।
पेंशन हरदफा महीना पूरे होने पर ही जारी होती है। इस बार पेंशनरों के साथ नई समस्या हुई। जून महीने की पेंशन एक जुलाई के बाद जारी की गई। इसमें साफ्टवेयर ने उन पेंशनधारकों की पेंशन रोक दी जिनका जुलाई महीने का जीवित प्रमाण पत्र लंबित है। पेंशन अटकने पर यह परेशानी आई तो पेंशन साफ्टवेयर में बदलाव किया जा रहा है। जिन लोगों के जीवित प्रमाण पत्र का जुलाई में सत्यापन होना था, उनकी जून की पेंशन साफ्टवेयर की समस्या के चलते अटक गई है। साफ्टवेयर में सुधार किया जा रहा है। अगले महीने से ऐसी दिक्कत नहीं होगी।