पीएम मोदी ने छुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की बेटी के पैर, जानें कौन थे पसाला कृष्णमूर्ति

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू की 125वीं जयंती समारोह में भाग लेने आंध्र प्रदेश के भीमावरम पहुंचे थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पसाला कृष्णमूर्ति के परिवार से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने उनकी 90 वर्षीय बेटी पसाला कृष्णभारती के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वह व्हीलचेयर पर बैठी थीं। उन्होंने भी पीएम मोदी के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया।

कौन थे पसाला कृष्णमूर्ति
बता दें कि पसाला कृष्णमूर्ति का जन्म ताडेपल्लीगुडेम तालुका के पश्चिमी विप्पारू गांव में साल 1900 में हुआ था। साल 1921 में वह अपनी पत्नी के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह गांधी जी के विचारों पर चलते थे। नमक सत्याग्रह आंदोलन में भी उन्होंने हिस्सा लिया और उसके बाद उन्हें एक साल जेल में भी काटना पड़ा। 1978 में उनका निधन हो गया।

पीएम मोदी ने कांस्य की बनी अल्लूरी सीताराम राजू की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, आंध्र प्रदेश की यह धरती महान आदिवासी परंपरा से जुड़ी रही है। यहां कई महान क्रांतिकारियों और बलिदानियों ने जन्म लया। मैं उन सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि सीताराम राजू गारू की 125वीं जन्मजयंती को पूरे साल मनाया जाएगा।

बता दें कि अल्लूरी ने आदिवासियों के हित के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया था। उन्होने रम्पा विद्रोहह का नेतृत्व किया था जिसे 1922 में शुरू किया गया था। उन्हें स्थानीय लोग मन्यम वीरुडु कहते थे जिसका  अर्थ होता है जंगलों का नायक। उनका जन्म 4 जुलाई 1897 को हुआ था।
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