विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने उच्च शिक्षा विभाग के अधीन जिन दस सरकारी डिग्री कॉलेजों की स्थापना की थी, वो एक साल बाद कहीं गन्ना सेंटर तो कहीं एक दो कमरों में संचालित हो रहे हैं। दूसरे सत्र में भी इन डिग्री कॉलेजों के पास न तो शिक्षक पूरे हैं और नहीं पढ़ाई के लिए क्लासरूम।
आश्रम के पांच कमरों में पढ़ने को मजबूर छात्र
हरिद्वार : शहर के लिए सरकार ने पिछले साल राजकीय महाविद्यालय भूपतवाला स्वीकृत किया था, लेकिन कॉलेज के लिए स्थायी भवन और जगह अब तक नहीं मिल पाई है। ऐसे में फिलहाल श्री मोहनानंद आश्रम भीमगोड़ा के पांच कमरों में कुल 77 छात्रों के साथ कॉलेज चल रहा है। छात्र आश्रम के कमरों में पढ़ने को मजबूर हैं। फिलहाल यहां बीए, बीएससी, बीकॉम की ही कक्षाएं संचालित हो रही है, फिर भी शिक्षकों के भी नौ पद खाली चल रहे हैं।
जमीन का मामला अब तक अधर में
नानकमत्ता: नानकमत्ता राजकीय डिग्री कॉलेज इस समय प्राथमिक विद्यालय में चलाया जा रहा है। हालांकि पहले ही साल यहां छात्रसंख्या 442 पहुंच गई है, बावजूद इसके अब तक स्थायी भवन के लिए जमीन का मामला अधर में लटका हुआ है। इससे छात्र प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने को मजबूर हैं।
पुराने स्कूल भवन में चल रहा कॉलेज
हल्द्वानी (गौलापार): हल्द्वानी के गौलापार में स्वीकृत डिग्री कॉलेज एक पुराने स्कूल के भवन में चल रहा रहा है। पहले सत्र में 349 छात्र पंजीकृत हुए। अब तक भूमि चयन फाइनल नहीं हो पाया है। कॉलेज में सभी 7 विषयों के प्राध्यापक तैनात। दन्या डिग्री कॉलेज इंटर कॉलेज के भवन में चल रहा है।
जमीन भी फाइनल नहीं, शिक्षकों के दस पद खाली
देहरादून: शहर के लिए स्वीकृत नए डिग्री कॉलेज का संचालन सुद्धोवाला महिला पॉलिटेक्निक संस्थान के चार कमरों में किया जा रहा है। पहले सत्र में यहां 200 छात्रों ने एडमिशन लिया। यहां प्रिंसिपल के अलावा पांच स्थायी शिक्षकों की तैनाती है, पांच शिक्षक अस्थायी हैं, इसके अलावा भी शिक्षकों के दस पद रिक्त चल रहे हैं। कॉलेज के लिए न तो अभी तक जगह फाइनल हो पाई है और नहीं अभी तक सभी विषय के शिक्षकों की तैनाती हो पाई है। प्रिंसिपल डॉ. मुक्ता डंगवाल ने बताया कि कॉलेज के लिए मोहनपुर टी स्टेट या रेशमफार्म प्रेमनगर में जमीन देखी जा रही है।
सात छात्रो ने ही लिया दाखिला
खिर्सू: राजकीय डिग्री कॉलेज खिर्सू वर्तमान में बीआरसी भवन के दो हॉलनुमा कमरों में चल रहा है। स्थायी भवन के लिए इंटर कॉलेज की जमीन हस्तांतरित किए जाने की प्रक्रिया जारी है। पहले साल यहां छात्र संख्या महज सात ही पहुंच पाई। शिक्षक भी मात्र छह हैं।
गन्ना सेंटर में चला रहे डिग्री कॉलेज
गदरपुर: डिग्री कॉलेज, गन्ना सेंटर में चल रहा है। पहले साल यहां 52 छात्र पंजीकृत हुए। कॉलेज के लिए भूमि चयन की प्रक्रिया चल रही है। रामगढ़ डिग्री कॉलेज भी इंटर कॉलेज के कुछ कमरों में चल रहा है। कॉलेज में कुल 40 छात्र पंजीकृत हैं। यहां स्थायी भवन के लिए जमीन नहीं मिल पाई है।