दिल्ली के मुख्यमंत्री व पार्टी मुखिया को उत्तराखंड से एक बार फिर झटका लगा है। मंगलवार की देर रात पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली ने पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष पद व पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। आप के केंद्रीय संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री को भेजे अपने त्यागपत्र में उन्होंने कहा कि वह आम आदमी पार्टी के साथ खुद को असहज महसूस कर रहे हैं इसलिए वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहे हैं।उत्तराखंड में अगले साल निकाय चुनाव के लिहाज से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। इससे पूर्व विधानसभा चुनावों में पार्टी के मुख्यमंत्री दावेदार रहे कर्नल अजय कोठियाल ने भी 18 मई को पार्टी से इस्तीफ दिया था। आम आदमी पार्टी ने काशीपुर निवासी दीपक बाली को विधानसभा चुनावों में बेहतर परिणाम न आने के बाद पार्टी की कमान सौंपी गई थी ताकि निकाय चुनाव में वह बेहतर प्रदर्शन कर सके।
विधानसभा में मैदानी इलाकों में मिले वोटों से आम आदमी पार्टी को उम्मीद थी कि वह मैदानी इलाकों के निकायों में जीत दर्ज कर सकती है। दीपक बाली छात्र राजनीति करते हुए अलग उत्तराखंड राज्य बनाने के आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं। आप पार्टी से काशीपुर से विधायक प्रत्याशी के रूप में मैदान में चुनाव लड़े थे।
उनके फैसले पर थी खींचतान
आप आदमी पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। दीपक बाली को प्रदेश की कमान सौंपने के कुछ ही कर्नल अजय कोठियाल ने पार्टी से नाता तोड़ दिया और अब पार्टी के अंदर खींचतान और पार्टी की कार्यप्रणाली में खुद काे असहज होने का हवाला देकर दीपक बाली ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा है कि पार्टी के भीतर ही उनके अध्यक्ष पद दिए जाने को लेकर एक खेमा नाराज चल रहा था।
राजनीति में ही रहूंगा, जल्द फैसला बताऊंगा
राजनीति बदलने का नारा देकर आम आदमी पार्टी में कदम रखने वाले दीपक बाली का कहना है कि उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी सुप्रिमों अरविंद केजरीवाल काे सौंप दिया। आगे राजनीति न करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह राजनीति में आए हैं तो पीछे नहीं हटेंगे और जल्द ही अपने आगे की रणनीति मीडिया के सामने बताएंगे।